कोरबा-कटघोरा(खटपट न्यूज़)। कटघोरा वनमंडल अधिकारी शमा फारूखी पर उनके बच्चों की देखभाल का काम करने वाली आदिवासी वर्ग की आया ने गंभीर आरोप लगाया है। उसका 4 माह का वेतन डीएफओ के द्वारा नहीं दिया जा रहा है। पीड़िता ने इस मामले की लिखित शिकायत कटघोरा थाना में की है वहीं आरोपों के संबंध में शपथपत्र भी निष्पादित किया है। 31 दिसम्बर को हुई शिकायत के 48 घंटे बाद भी किसी तरह की राहत आया को मिलती नजर नहीं आई है।
डीएफओ शमा फारूखी के घर पर कोरबी चौकी अंतर्गत बुढ़ापारा निवासी क्रान्ति राज 24 वर्ष आया के रूप में काम कर डीएफओ के बच्चे की देखभाल करती थी। इस कार्य के लिए 10 हजार रुपए प्रतिमाह मेहनताना उसे दिया जा रहा था। मार्च 2020 से 30 दिसंबर 2020 तक उसने डीएफओ के यहां उक्त कार्य किया। 30 दिसंबर को आया कु. क्रान्ति ने डीएफओ से अपनी मजदूरी का हिसाब मांगा तो पैसा नहीं दिया। पीड़िता के मुताबिक उसका 4 माह का वेतन बकाया है और डीएफओ के द्वारा उक्त मजदूरी नहीं दिए जाने की बात कही जा रही है। आर्थिक रूप से परेशान गरीब युवती ने मानवतावश अपनी मजदूरी की रकम डीएफओ से दिलाने की गुहार 31 दिसंबर को कटघोरा थाना में लिखित शिकायत कर लगाई है। पीड़िता का आरोप है कि बच्चों की देख-रेख के अलावा घर की साफ-सफाई आदि काम भी वह करती थी। दूसरी ओर इस शिकायत के बाद भी किसी तरह की कोई राहत पीड़िता को नहीं मिली है। शिकायत निराकरण अथवा जांच के संबंध में कटघोरा टीआई से संपर्क का प्रयास उनके सरकारी मोबाइल नम्बर 9479193314 पर किया गया किन्तु फोन रिसीव न होने से जानकारी नहीं मिल सकी किन्तु दूसरी ओर मामला वनमंडल के बड़े अधिकारी से जुड़ा होने के बाद भी उनके स्वयं ( डीएफओ) द्वारा निराकरण अथवा भुगतान करने/कराने जैसी भी कोई बात नहीं हुई है।